बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा 2022: हर परीक्षार्थी की तीन बार होगी जांच, दस मिनट पहले तक केंद्र पर मिलेगा प्रवेश

इंटर परीक्षा के दौरान हर केंद्र पर प्रत्येक परीक्षार्थी की तीन बार जांच की जायेगी। दो बार केंद्र परिसर में और एक बार वीक्षक द्वारा कक्षा में परीक्षा शुरू होने के पहले जांच की जाएगी। इसकी जानकारी बोर्ड द्वारा दी गयी है।  एक वीक्षक पर 25 छात्रों को जांच करने की जिम्मेवारी दी गयी है। छात्रों की जांच के बाद वीक्षकों को शपथ पत्र भरना होगा। अगर इसके बाद छात्र कदाचार करते या नकल करते पकड़े जाते हैं तो ऐसे में संबंधित वीक्षक पर कार्रवाई होगी।

बिहार बोर्ड की मानें तो उत्तरपुस्तिका के पहले पन्ने के बायीं तरफ केवल विषय का नाम और उत्तर देने का माध्यम छात्रों द्वारा भरा जाएगा। वहीं प्रश्न पत्र के सेट कोड को उत्तर पुस्तिका में नीले या काले बॉल पेन से भरा जाना है। उत्तर पुस्तिका के दाहिने भाग में प्रश्न पत्र सेट कोड को बॉक्स में भरा जाएगा। इसके अलावा प्रश्न पत्र क्रमांक और छात्र अपना पूरा नाम और विषय का नाम लिख कर वहीं हस्ताक्षर करना है। बीच बार भाग को परीक्षार्थी छोड़ देंगे, क्योंकि यह भाग परीक्षक द्वारा भरा जाएगा। उत्तरपुस्तिका पर परीक्षार्थी का हस्ताक्षर नहीं रहेगा तो ओएमआर रद्द हो जाएगा।

प्रवेश पत्र पर अंकित निर्देश ● परीक्षा हॉल में दूसरे परीक्षार्थी से बातचीत किया तो निष्कासित होंगे ● परीक्षा के दौरान अतिरिक्त उत्तरपुस्तिका नहीं मिलेगी ● छात्र द्वारा केंद्र में आपस में बातचीत करने, एक-दूसरे की मदद करते पकड़े जाने पर निष्कासित कर दिये जायेंगे

● ओएमआर पर व्हाइटनर, इरेजर, नाखून, ब्लेड आदि का इस्तेमाल करने पर ओएमआर रद्द हो जायेगा ● परीक्षा शुरू होने के एक घंटे तक बाहर जाने की नहीं होगी अनुमति ● मास्क लगाकर केंद्र पर मिलेगा प्रवेश

दस मिनट पहले तक केंद्र पर मिलेगा प्रवेश बोर्ड की मानें तो छात्रों को परीक्षा हॉल में प्रवेश परीक्षा शुरू होने के दस मिनट पहले तक मिलेगा। पहली पाली के लिए 9.20 मिनट और दूसरी पाली के लिए 1.35 मिनट तक प्रवेश मिलेगा। परीक्षा हाल में प्रवेश से पहले दो बार परीक्षार्थी की जांच की जायेगी। छात्राओं के लिए महिला पुलिस की व्यवस्था की जाएगी।

परीक्षा केंद्र के बाहर सीट प्लानिंग चिपकानी होगी सीट प्लानिंग की व्यवस्था इस प्रकार की जायेगी कि परीक्षा कक्ष में एक रौल कोड के सभी परीक्षार्थियों के रौल नंबर आरोही क्रम में परीक्षा में बैठ सकें, जिससे उनके मुद्रित रौल नंबर वाली उत्तरपुस्तिका एवं ओएमआर उत्तर पत्रक को परीक्षार्थियों के बीच वितरित करने में कोई परेशानी न होने पाये। इससे परीक्षोपरांत उत्तरपुस्तिका एवं ओएमआर उत्तर पत्रक को संग्रहित करने में भी कोई कठिनाई नहीं होगी। एक कोड के परीक्षार्थी को आरोही क्रम में बैठाने के बाद दूसरे कोड के परीक्षार्थी को बैठाने हेतु सीट निर्धारित की जाय।