एक व्यक्ति अपने परिवार को पालने के लिए कब्रिस्तान में जाकर ताजा गाड़े गए मुर्दे की कब्र को एक किनारे से खोद कर लाश का कफन उतारता और गड्ढे को फिर से बंद कर देता।
बूढ़ा होने पर मरते वक्त अपने पुत्र से कहा - बेटा तुम तो कुछ अच्छा करना जिससे मेरे बद नाम पर कुछ पर्दा पड़े।
बेटे ने पुश्तैनी कार्य को ही आगे बढ़ाया, कफ़न उतारने के साथ लाश को भी कब्र से बाहर निकालता और अगले के दरवाजे के सामने रात के अँधेरे में डाल आता।
'इसका बाप इसके सामने कुछ भी नहीं था।' ------------- धन्यवाद!